Acidity Drugs Damaging Kidney

किडनी को डैमेज कर रही हैं एसि‍डिटी की दवाएं किडनी
को डैमेज कर रही हैं एसि‍डिटी की दवाएं




वर्तमान समय में अधिकतर व्यक्तियों के पेट में अधिक मात्रा में एसिडिटी की शिकायत का पाये जाना एक आम बात हो गयी है। अक्सर जब हम पेट में एसिडिटी से सम्बंधित समस्या को लेकर डॉक्टर के पास जाते हैं तो अधिकतर डॉक्टर हमें "Photon Pumb Inhibitors (PPI)" समूह में आने वाली दवाइयों का सेवन करने को कहते हैं। यह ऐसी दवाईयां हैं जो मुख्यतः पेट में एसिडिटी के समस्या को दूर करने के लिए ली जाती हैं। साथ ही साथ कभी कभी डॉक्टर लोग पेट के घाव, छालो, फोड़ा आदि के लिए भी PPI समूह में आने वाली दवाईयां लेने के लिए कहते हैं। हाल ही में PPI समूह की दवाईयों पर हुए एक शोध में यह पाया गया है कि इन दवाइयो का अधिक सेवन हमारी किडनी को भी डैमेज कर सकता है। इसलिए अगली बार जब भी डॉक्टर PPI समूह में आने वाली दवाईयां लेने के लिए कहे तो आप डॉक्टर से यह मालूम करना न भूलें कि क्या यह लेनी जरूरी है? इन्हें लिए बिना काम नहीं चल सकता, मतलब कि एसिडिटी के समस्या के लिए मध्य स्तर की अन्य दवाई से आराम हो सकता है क्या? यदि फिर भी आपका डॉक्टर आपको यही दवाईयां लेने के लिए ही कहे तो उनसे इनके सेवन से होने वाले नुकसान के बारे में मालूम करना न भूलें। हाल ही में PPI दवाइयों के सेवन से होने वाली किडनी से सम्बंधित बीमारियों के दो शोध प्रकाशित हुए हैं। पहले शोध में बताया गया है कि इस शोध कार्य में शोधकर्ताओं ने 10482 ऐसे लोगों पर शोध किया जिनकी किडनी शुरू में बिलकुल सामान्य थी। उनको किडनी से सम्बंधित कोई भी बीमारी नहीं थी और 1996 से 2011 तक इन व्यक्तियों के स्वास्थ्य रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद शोधकर्ताओं ने पया कि इनमे से जो व्यक्ति PPI समूह की दवाईयों का सेवन करने लगे थे, उनमें अन्य व्यक्तियों की अपेक्षा किडनी से संबंधित बीमारिया बढ़ने की सम्भावनाये 20% से 50% तक बढ़ गयी थीं। साथ ही साथ वह मोटापे, हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से भी ग्रस्त पाये गए। इसी प्रकार दूसरा शोध 240000 सामान्य लोगों पर 1997 से 2014 के बीच किया गया। दोनों शोधों में मिलते जुलते रिजल्ट पाये गए और साथ ही साथ शोधकर्ताओं ने यह भी निष्कर्ष निकला की PPI समूह के अतिरिक्त जो अन्य दवाइयां एसिडिटी की समस्या को दूर करने के लिए ली जाती हैं जैसे H2 Blockers उनके सेवन से शरीर को PPI दवाइयों के सेवन की अपेक्षा कम हानि होती है। PPI दवाइयों का सेवन पेट में एसिड का बनना पूरी तरह से बंद कर देता है। जिसकी वजह से भी पेट में इन्फेक्शन होने की सम्भावनायें भी बढ़ जाती हैं और किडनी से सम्बंधित बीमारियां (Chronic Kidney Diseases) होने लगती हैं। PPI दवाइयों के सेवन से होने वाले प्रमुख साइड इफ़ेक्ट पेट में एसिड लेवल आवश्कयता से भी कम हो जाना, शरीर में कैल्शियम कि मात्रा का कम हो जाना आदि है। जिसके परिणामस्वरूप हड्डिया कमजोर होने लगती हैं। PPI दवाइयों के अधिक प्रयोग से पेट में एसिड लेवल बहुत ही कम हो जाने के कारण शरीर में आयरन और विटामिन B12 की भारी मात्रा में कमी हो जाती है क्योंकि एसिड शरीर में भोजन से क्रिया करके विटामिन, आयरन के कमी को पूरा करता है। इसलिए एक्सपर्ट का कहना है कि हमें पेट में होने वाली एसिडिटी की समस्या से बचने के लिए अधिक मिर्च वला भोजन नहीं करना चाहिए और कफ्फैनटेड ड्रिंक नहीं लेनी चाहिए। साथ ही साथ एसिडिटी की समस्या से बचने की लिए अधिक मात्रा में पानी पीना चाहिए एवं बिना डॉक्टर के सुझाव के PPI दवाइयों का सेवन नहीं करना चाहिए।

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