गर्मी से बचाव

 गर्मी से बचाव

शरीर में पानी की कमी यानी डीहाइडेªशन की शिकायत गर्मियों में आम समस्या है लेकिन यह कभी-कभी जानलेवा साबित हो जाती है। इस समस्या के कारणों, लक्षणों और बचाव के बारे में ध्मार्थ होम्योपैथिक एक आयुर्वेदिक डिस्पैंसरी के संचालक पवन गुप्ता जी ने बातचीत के दौरान बताया कि अगर आप कम पानी-पीते है या काम-काज के कारण पानी पीना भूल जाते है तब आप उल्टी, दस्त, डायरिया या किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हो जाएंगे। गर्म व उमस भरे वातावरण में शरीर से अध्कि पसीना निकलता है। जिससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है। पानी ब्लड प्रैशर को सामान्य बनाए रखता है तथा पाचन तंत्रा को स्वस्थ रखने में सबसे बड़ी भूमिका निभाता है। शरीर में पसीने के रूप में निकलने वाला पानी की मात्राा तथा पीत-वात पानी की मात्राा से अध्कि हो तो डीहाइडेªशन की शिकायत हो जाती है।

डायरिया के कारण शरीर में तेजी से पानी और मिनरल्स की कमी हो जाने पर डायरिया के साथ उल्टी भी हो रही हो तो शरीर में फ्रल्यूड और मिनरल्स तेजी से कम होने लगेगें, बच्चों व शिशुओं में खतरा अध्कि रहता है। सामान्य तौर पर जब बुखार अध्कि होता है शरीर में पानी की मात्राा कापफी कम हो जाती है। ध्ूप और गर्मी शरीर के तापमान को नार्मल रखने के लिए ज्यादा पसीना निकाल देता है जिसके कारण डीहाइडेªशन की समस्या हो जाती है।

डीहाइडेªशन के लक्षण ः
मुंह सुखा और चिपचिपा हो जाता है। अनिन्द्रा या थकावट रहना, प्यास लगना, भुख कम होना तथा युरिन का रंग गहरा हो जाना, सिर दर्द व चक्कर आना आदि। बिना पानी के हम 3 दिन तक जीवित रह सकते है। 7 दिन तक बिना खाने के क्योंकि हमारा शरीर पानी का स्टॉक नही करता। 1.5 लीटर तक पानी रोज शरीर के बाहर निकलता है जिससे 10 प्रतिशत शक्ति कम हो जाती है। 92 प्रतिशत खून में पानी की मात्राा जबकि मासपेशियों में 75 प्रतिशत तक तथा हड्डियों में 22 प्रतिशत रहता है। सर्दियों की तुलना में गर्मी में डीहाइडेªशन की समस्या 70 प्रतिशत बढ़ जाती है।

गर्मीयों में तरल पदार्थो का सेवन ज्यादा करना चाहिए। गर्मी के मौसम में शरीर को सापफ करने के लिए उष्ण की आवश्यकता बहुत कम मात्राा होती है। इसलिए हमे खाना कम खाना चाहिए। तरल पदार्थ अध्कि लेना चाहिए, सलाद ज्यादा खाना चाहिए। रोजाना 3 लीटर पानी पीना चाहिए, प्रफीज के बजाये मटके का पानी पीना चाहिए। इसके साथ-साथ जूस, पफल, लस्सी, नींबू पानी, आम का पफल आदि खाना चाहिए।

गर्मी में काम की वजह से बाहर आना-जाना हो तो पानी साथ रखें। जो लोग बाईक आदि का इस्तेमाल करते है उन्हें पानी साथ रखना चाहिए। 

बडे काम का नीबंू पानी-
गर्मी के मौसम में जरा सी भाग-दौड भी पसीना छुड़ा देती है। ऐसे में शरीर पानी की कमी से जुझने लगता है। शरीर को तरोताजा रखने के लिए नींबू पानी पीना एक बेहतरीन उपाय है। नींबू-पानी के सेवन से जुडे़ बहुत से पफायदे है, यह खून सापफ करता है, वजन घटाने में मदद करता है। गले का संक्रमण दूर करता है और सांस सम्बन्ध्ी समस्या को दूर करने में पफायदेमंद पाया गया है। साथ ही त्वचा की झुरियों को मिटाता है। शरीर से गैर जरूरी पदार्थो को निकालने में मदद करता है। शरीर को रोगों से लड़ने की क्षमता को मजबूत करता है। 

पवन गुप्ता
संस्थापक
ध्र्मार्थ होम्योपैथिक एवं आयुर्वेदिक डिस्पैंसरी

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