120 साल से ज़्यादा उम्र तक जीते हैं हुन्ज़ा प्रजाति के लोग

120 साल से ज़्यादा उम्र तक जीते हैं हुन्ज़ा प्रजाति के लोग,

65 की उम्र में देती हैं औरतें बच्चों को जन्म
दुनिया में सबसे बड़ा धन अच्छी सेहत को माना जाता है. आप धन-दौलत अगर खत्म हो जाए, तो उसे फिर से हासिल कर सकते हैं, परन्तु एक बार स्वास्थ्य बिगड़ जाए तो उसे पुरानी स्थिति में लाना काफ़ी मुश्किल होता है. अच्छी सेहत जीवन के सभी सुखों का आधार है. रुपये-पैसों से आप कीमती वस्तुएं खरीद सकते हैं, परन्तु उनका उपभोग अच्छे स्वास्थ्य पर ही निर्भर करता है.
अच्छी जीवनशैली अपनाकर आप न केवल आनन्दित रह सकते हैं, बल्कि ताउम्र जवान भी रह सकते हैं. संतुलित जीवनशैली आपके जीवन को कितना बदल सकती है. यह बताने के लिए हम आज आपको ले चलते हैं, उत्तरी पाकिस्तान के पहाड़ी इलाकों में. यहां रहने वाले हुन्ज़ा समुदाय के लोग अच्छे खान-पान और शारीरिक श्रम की बदौलत 120 साल तक जीते हैं.
आपको जानकर हैरानी होगी कि हुन्ज़ा समुदाय की औरतें 65 साल तक रजस्वला (मासिक धर्म) होती हैं. वे इस उम्र तक बच्चों को भी जन्म देती हैं. ये लोग इतने खूबसूरत होते हैं कि आप जब इन लोगों को देखेंगे तो ऐसा लगेगा, जैसे ये किसी दूसरे ग्रह से आये हों.
इनकी कुल आबादी 87 हजार के लगभग है. इनमें से अधिकतर लोग बिना किसी गम्भीर बीमारी के अपना जीवन जीते हैं. यहां रहने वाले कुछ लोग तो 160 साल तक भी ज़िन्दा रहते हैं. ये लोग बहुत कम बीमार पड़ते हैं. उन्होंने टयूमर जैसी बीमारी का नाम तो आज तक सुना ही नहीं है.
इन लोगों की सेहतमन्द ज़िन्दगी का राज छुपा है, उनकी जीवनशैली में. इस समुदाय के लोग रोज 15-20 किलोमीटर पैदल चलते हैं. इनके खान-पान में सबसे ज्यादा सूखे मेवे, स्थानीय फल, सब्जियां, बाजरा, जौ आदि शामिल होता है.
इसके साथ ही ये खूब मात्रा में खूबानी (Apricot) खाते हैं. खूबानी में प्रचुर मात्रा में विटामिन B-17 पाया जाता है. यह विटामिन कैंसर जैसी बीमारियों से इन्हें बचाता है.
हुन्ज़ा समुदाय के लोगों से आप सीख सकते हैं कि अच्छे खान-पान और शारीरिक श्रम से आप एक बेहतर और सेहतमंद ज़िन्दगी पा सकते हैं.

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